अब इस देश में सांप्रदायिकता ने है हर उस व्यक्ति को अपने आगोश में लेना शुरू कर दिया है जो देश मे शांति से रहना चाहता है, वही आए दिन लिंचिंग की खबरे आती रहती जिसके कारण कई लोगो की मौत हो चुकी है ,अभी पिछले दिनों दिल्ली में एक मुस्लिम नौजवान की कई लोगो ने मिल कर मारा जिससे उस की मौत हो गई। वही मुंबई में एक व्यक्ति को चार लोगो ने जय श्री राम कहने को कहा नही कहने पर मार पीट की गई जिससे पीड़ित व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पलत ले जाया गया।दरअसल, मुंबई में स्तिथ कांदिवली के क्रांति नगर में एक शक्श ने चार व्यक्तियों के खिलाफ चोट पहुंचाने और शांति भंग करने के आरोप में मामला दर्ज कर वाया है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि जब उसने उनकी मांग के अनुसार जय श्री राम कहने से इनकार कर दिया तो इन लोगों ने उसके साथ मारपीट की। शिकायतकर्ता ने यह भी दावा किया है कि ये व्यक्ति बजरंग दल से जुड़े हुए हैं।
सूरज तिवारी, अरुण पांडे, पंडित और राजेश के रूप में पहचाने गए आरोपियों पर कई धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ है। एफआईआर के मुताबिक, 26 सितंबर को सिद्धार्थ अंगुरे (34), जो महिंद्रा कंपनी में अनुबंध के आधार पर काम करते हैं और क्रांतिनगर, कांदिवली पूर्व में रहते हैं, 25 सितंबर को रात 11.30 बजे अपने कार्यालय से घर लौट रहे थे। रास्ते में भाई ने फोन पर बात की तो अचानक चार लोगों ने उन्हें सड़क पर रोका और ‘जय श्री राम’ कहने की मांग की।
अंगुरे ने इनकार कर दिया, और आरोपी ने उसकी धार्मिक संबद्धता पर सवाल उठाते हुए उसे मौखिक रूप से गाली दी। फिर उन्होंने उसके साथ मारपीट की, उसे अपने हाथों और पैरों से पीटा और जमीन पर घसीटा। घटना उसके भाई ने फोन पर सुनी और वह और उसका भतीजा तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और अंगुरे को आरोपियों से बचाया।
बाद में अंगूरे को इलाज के लिए कांदिवली पश्चिम के डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया। डिस्चार्ज होने के बाद वह कुरार पुलिस स्टेशन गए और चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
सिद्धार्थ अंगुरे ने कहा, जब मैं काम से घर लौट रहा था, तो गुंडों के एक समूह ने मेरा रास्ता रोक लिया और मुझसे ‘जय श्री राम’ कहने की मांग की, जिसे मैंने करने से इनकार कर दिया। जब मैंने मना कर दिया, तो उन्होंने मुझ पर शारीरिक हमला करना शुरू कर दिया। उन्होंने मुझसे पूछताछ भी की। मेरे धर्म के बारे में, और मैंने इसका खुलासा किया। वे गोकुल नगर से थे और इस क्षेत्र में एक जगह पर बैठे थे। जब से गणपति महोत्सव शुरू हुआ था, वे कमजोर व्यक्तियों और वरिष्ठ नागरिकों के रास्ते में बाधा डाल रहे थे, उन पर जय श्री राम कहने का दबाव डाल रहे थे। मेरी उपस्थिति में, उन्होंने दो-तीन लोगों को ‘जय श्री राम’ कहने के लिए कहा, और उन्होंने निर्देशों का पालन किया, लेकिन मैंने इनकार कर दिया, इसलिए उन्होंने मुझे पीटा। पुलिस ने एक सामान्य एफआईआर दर्ज की और वह एफआईआर दर्ज नहीं की जिसका मैंने अनुरोध किया था। ये आरोपी व्यक्ति बजरंग दल के साथ हैं।
वही इस घटना पर मुंबई कांग्रेस ने इस घटना की निंदा करते हुए इसे समुदाय के लिए विनाशकारी बताया। मुंबई कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा,मुंबईकर इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। पीड़ित की मदद के लिए पहुंची वंचित बहुजन अगाड़ी ने हमलावरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने में उसकी मदद की। वीबीए नेता सुजात अंबेडकर भी आगे आए और पुलिस से बात कर मामले में उचित कार्रवाई की मांग की.