एक ओढ़ में पाया गया था की भारत में कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के बाद सबसे अधिक बवासीर के मरीज भारत में रहते है,वही बवासीर एक ऐसी बीमारी है जिसमें गुदा के अंदर और आसपास सूजन हो जाती है। इस दौरान मलाशय के मुंह में एक टीशू जमा हो जाती है जिससे मल त्याग मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा जब आंतरिक बवासीर होता है तब मलाशय के अंदर की ब्लड वेसेल्स सूज जाती हैं और उखड़ जाती हैं। पर जब बाहरी बवासीर होता है तो गर्भावस्था, लंबे समय तक बैठे या खड़े रहने, खांसने, छींकने और जोरदार शारीरिक मेहनत के दौरान दर्द बढ़ जाता है। लेकिन जरूरी ये है कि आप बवासीर के शुरुआती संकेतों को पहले से ही पहचान लें और इसे शुरुआत में ही रोकें।
1. मलाशय में खुजली होना
बवासीर की शुरुआत में ही मलाशय में खुजली की समस्या होती है। खास कर कि आंतरिक बवासीर में। जहां मांसपेशियां जमा हो जाती हैं और जिससे खुजली हो सकती है। ऐसे में अगर आपको लगे कि आपके मलाशय की खुजली ज्यादा बढ़ गई है और रेगुलर हो रही है तो आपको डॉक्टर जरूर दिखाना चाहिए और इसकी स्क्रीनिंग करवाएं।
2. मलाशय में हल्की जलन और सूजन
बवासीर की शुरुआत होने पर मलाशय में लगातार जलन और सूजन होने लगती है। इसमें मांसपेशियों में सूजन रहती है, जो कि रह-रह कर जलन पैदा करती है। यह सूजन दर्द और परेशानी का कारण बनती है और यहां तक कि उठने-बैठने के दौरान भी समस्या बन जाती है। ये आंतरिक बवासीर और बाहरी बवासीर, दोनों के दौरान हो सकता है। ऐसे में तुरंत इन दोनों लक्षणों पर ध्यान दें और अपने डॉक्टर से इस बारे में बात करें।
3. मल त्याग के दौरान दर्द
अगर आपको मल त्याग करने के दौरान हमेशा ही दर्द होता है और कब्ज जैसा सूखा मल त्याग होता है तो ये बवासीर का संकेत हो सकता है। दरअसल, ये बवासीर मेंखून का थक्का बनने के कारण होता है जो आपको शौच करने, बैठने या चलने पर दर्द का कारण बन सकता है। साथ ही मांसपेशियां इतनी सूज जाती हैं कि मल त्याग करने में समस्या होने लगती है।
4. मलाशय से म्यूकस डिस्चार्ज होना
मलाशय से म्यूकस डिस्चार्ज होना बवासीर का शुरुआती संकेत हो सकता है। दरअसल, म्यूकस डिस्चार्ज तब होने लगता है जब एनल पर म्यूकस जमा हो कर पस बनाने लगता है और वो बाहर आने लगता है। इस दौरान कई बार तेज दर्द भी होता है। इसलिए इस लक्षण को बिलकुल भी नजरअंदाज ना करें और डॉक्टर को दिखाएं।
5. मल त्याग के बाद खून
मल त्याग के बाद खून आना कई बार बवासीर का संकेत है। दरअसल, ये मलाशय के पास ब्लड क्लॉटिंग की वजह से हो सकता है। साथ ही ये इस बात का भी संकेत है कि बवासीर बढ़ गया है। तो, ये स्थिति में मल त्याग को और मुश्किल बनाती है। इसलिए मल त्याग के बाद खून आने पर डॉक्टर को हर बार दिखाएं और उनसे चेक करवाएं।