उत्तर प्रदेश में महिलाओं पर होने वाले अत्याचार की घटनाए लगातार सामने आ रही है जिससे सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस दावे पर सवाल उठता है जिसमे वह अपराध को समाप्त करने की बात करते है।दरअसल,भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-बीएचयू में विवादों की एक श्रृंखला में। नवंबर देर रात छेड़छाड़ मामले के बाद एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस एफआईआर के मुताबिक ,छात्रा का आरोप था कि बाइक पर तीन लोग आए और उसके साथ छेड़छाड़ की। उसी छात्रा ने अब आरोप लगाया है कि उस दिन एक और यौन हमला हुआ था. ताजा बयान में पीड़िता ने मामले में गैंग रेप का जिक्र किया है.
पीड़िता ने पहले कहा था कि बाइक पर आए 3 अज्ञात लोग उसे पास की जगह पर ले गए, उसे जबरन चूमा, उसके कपड़े उतारे और वीडियो भी बनाया। छात्रा ने 2 नवंबर को अपनी पुलिस शिकायत में कहा,मैं आईआईटी-बीएचयू के एक छात्रावास की निवासी हूं। 2 नवंबर की रात करीब 1.30 बजे मैं अपने हॉस्टल से टहलने के लिए निकली. मेरी मुलाक़ात एक पुरुष मित्र से हुई हम साथ-साथ चल रहे थे.पीछे से एक मोटरसाइकिल जिसमें तीन आदमी सवार थे, हमारे पास आये। उन्होंने अपनी मोटरसाइकिल वहीं खड़ी कर दी और मेरे दोस्त और मुझे अलग कर दिया।
पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 376 डी, 509, 341 और 342 भी लगाई है. वाराणसी के पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन ने कहा, आगे की जांच के बाद कुछ और धाराएं लगाई गई हैं। छात्रों ने यह भी दावा किया कि 1 नवंबर की घटना से दो दिन पहले एक अन्य छात्रा को भी इसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ा था। आईआईटी-बीएचयू छात्र संसद के उपाध्यक्ष प्रणव सुरेश ने पहले कहा,वर्तमान घटना बुधवार रात को हुई, एक अन्य महिला छात्रा के साथ तीन लोगों ने छेड़छाड़ की, जिन्होंने उसे अनुचित तरीके से छुआ और सोमवार रात को मौके से भाग गए।