मणिपुर हिंसा के बीच दो महिलाओं के हृदय विदारक वायरल वीडियो से देश में हड़कंप मच गई,इसी मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी थी,परंतु नही हुई। दरअसल, मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाकर उनके साथ की गई बर्बरता के वीडियो पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में कोई सुनवाई नहीं हुई, क्योंकि यह सुनवाई भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष होनी थी क्योंकि उनकी तबीयत ठीक नहीं है और इसलिए सभी मामले पहले बेंच को स्थगित कर दिया गया है। शीर्ष अदालत ने केंद्र और मणिपुर सरकार से जवाब मांगा था कि उन्होंने इस घटना पर क्या कार्रवाई की है. सुनवाई से एक दिन पहले गुरुवार को केंद्र ने अपना हलफनामा दाखिल किया.
वायरल वीडियो से जुड़े मामले की जांच करेगी सीबीआई
केंद्र सरकार के इस हलफनामे में कहा गया कि राज्य सरकार की सहमति से मामले की जांच अब सीबीआई को ट्रांसफर कर दी गई है. यह भी अपील की गई कि मामले का जल्द निपटारा जरूरी है. जिसके लिए मामले को तुरंत राज्य से बाहर स्थानांतरित करने का आदेश दिया जाना चाहिए और ट्रायल कोर्ट को आरोप पत्र दाखिल होने के 6 महीने के भीतर इस पर निर्णय लेने का भी निर्देश दिया जाना चाहिए.
गौरतलब है कि मणिपुर की यह भयावह घटना 4 मई को हुई थी और इसका 26 सेकेंड का वीडियो 19 जुलाई को सामने आया था. जिसके बाद से देश में भारी हंगामा मचा हुआ है. इस मामले में अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें एक नाबालिग भी शामिल है. इस मामले पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी थी, लेकिन अब ये सुनवाई नहीं होगी. पीठ को शुक्रवार को मणिपुर की पांच याचिकाओं पर भी सुनवाई करनी थी, जिन्हें स्थगित कर दिया गया है।